लखनऊ- भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश की 119 पंजीकृत लेकिन गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों को नोटिस जारी किया है। आयोग ने इन दलों से पूछा है कि क्यों न इन्हें चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित कर दिया जाए और उनकी मान्यता रद्द कर दी जाए। ये वे पार्टियां हैं जिन्होंने पिछले छह वर्षों (2019 से 2024) में किसी भी निर्वाचन में भाग नहीं लिया है।
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने यह नोटिस जारी किया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद कुमार पांडे ने बताया कि सार्वजनिक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29 के तहत पंजीकृत इन पार्टियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि इन 119 राजनीतिक दलों को 14 जुलाई 2025 तक अपना जवाब और पक्ष पेश करना होगा। इसके लिए वे आवश्यक दस्तावेज, हलफनामा और विवरण मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश, विकास भवन, लखनऊ के पते पर जमा कर सकते हैं। इसके बाद 21 जुलाई 2025 को निर्धारित सुनवाई में वे व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपना पक्ष भी रख सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी कहा है कि यदि निर्धारित समय सीमा तक कोई भी पार्टी अपना जवाब दाखिल नहीं करती है तो माना जाएगा कि उसे आयोग के नोटिस पर कोई आपत्ति नहीं है। ऐसी स्थिति में निर्वाचन आयोग को उन दलों का पंजीकरण रद्द करने की सिफारिश उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा भेज दी जाएगी।
क्यों जारी किया गया नोटिस?
भारत निर्वाचन आयोग समय-समय पर उन राजनीतिक दलों की समीक्षा करता है जो पंजीकृत तो हैं, लेकिन कई वर्षों से सक्रिय नहीं हैं और चुनाव नहीं लड़ते। आयोग का मानना है कि ऐसे दलों के पंजीकरण से बेवजह चुनावी प्रक्रिया में जटिलता बढ़ती है और संसाधनों का दुरुपयोग होता है।
इस नोटिस का उद्देश्य पंजीकृत दलों की पारदर्शिता और सक्रियता सुनिश्चित करना है। आयोग चाहता है कि केवल वही दल पंजीकृत रहें जो वास्तव में लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी के इच्छुक और सक्षम हों।
किन-किन दलों को मिला है नोटिस?
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में फैली 119 राजनीतिक पार्टियां इस नोटिस की जद में आई हैं। इनमें छोटे स्थानीय दल, क्षेत्रीय संगठन और कुछ राष्ट्रीय स्तर पर दावा करने वाले दल भी शामिल हैं। उदाहरण के लिए:
- लखनऊ जिले की 29 पार्टियां, जिनमें भारतीय विकास कांग्रेस पार्टी, आल इंडिया पीपुल्स पार्टी, यूनाइटेड सोशलिस्ट पार्टी जैसी पार्टियां शामिल हैं।
- कानपुर नगर की 5 पार्टियां, जिनमें न्यू इंडिया वेलफेयर पार्टी, जन विकास सेना आदि।
- गाजियाबाद, मेरठ, वाराणसी, इलाहाबाद, आगरा, गोरखपुर, झांसी, सहारनपुर, अलीगढ़ समेत लगभग सभी बड़े जिलों की पार्टियां भी सूची में हैं।
आगे क्या होगा?
जवाब और सुनवाई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आयोग निर्णय लेगा कि किन दलों का पंजीकरण रद्द किया जाए। जिन दलों ने समय पर जवाब दाखिल किया और संतोषजनक कारण बताए, उनका पंजीकरण बरकरार रह सकता है।
निर्वाचन आयोग की यह कार्रवाई चुनावी व्यवस्था को दुरुस्त करने के प्रयास का हिस्सा है। आयोग का कहना है कि हर पंजीकृत राजनीतिक दल को लोकतांत्रिक जिम्मेदारी निभानी चाहिए और जनता के बीच जाकर चुनाव लड़ना चाहिए। जो दल केवल नाम के लिए पंजीकृत हैं, उनका पंजीकरण समाप्त करना आवश्यक है।
निर्वाचन आयोग का संदेश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिलों के राजनैतिक दलों से अपील की है कि वे आयोग के नोटिस को गंभीरता से लें और समय रहते अपना जवाब जमा करें। आयोग का कहना है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए राजनीतिक दलों की सक्रियता और पारदर्शिता बेहद जरूरी है।
उन 119 राजनीतिक दलों की सूची जिन्हें नोटिस भेजा गया है-
1. अयोध्या (अयोध्या / फैजाबाद)
- भारत कल्याण पार्टी
- जाट विकास पार्टी
- लोकतांत्रिक युवा शक्ति पार्टी
(कुल 3 दल)
2. अम्बेडकरनगर
- कन्या कन्या सेना
(1 दल)
3. औरैया
- अधिकार पार्टी
(1 दल)
4. अलीगढ़
- नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट
(1 दल)
5. बक्सर (बक्सर?)
- ग़रीब उत्तर प्रदेश विकास पार्टी
(1 दल)
6. बहराइच
- भारतीय किसान जनशक्ति पार्टी
(1 दल)
7. बलिया
- पिवांरीपुर जनता दल
(1 दल)
8. बिजनौर
- भारतीय आय अधिकार मंच
- भारतीय नागरिकता अधिकार पार्टी
(कुल 2 दल)
9. बस्ती
- भारतीय जन प्रगति दल
(1 दल)
10. बुलंदशहर
- इंडिया पार्टी
- ऑल इंडिया सेक्युलर पार्टी
- बहुजन समाज पार्टी (दूसरी)
- नेशनल वेव पार्टी
(कुल 4 दल)
11. बरेली
- वेव ऑफ इंडिया
- संगठन पार्टी ऑफ इंडिया
(2 दल)
12. नोएडा (गौतम बुद्ध नगर)
- आदेश संगठन पार्टी
- भारतीय जनता संसद
- देश हित पार्टी
- सम्पूर्ण लोकतंत्र पार्टी
(कुल 4 दल)
13. गाजियाबाद
- ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट यूनिवर्सल पार्टी
(1 दल)
14. फर्रुखाबाद
- राष्ट्रीय संयुक्त पार्टी
(1 दल)
15. फतेहपुर
- लोकतंत्र जनता पार्टी
(1 दल)
16. गोरखपुर
- हिन्दुस्तान क्रांतिकारी दल
- जनउद्धार समाज पार्टी
- एंज इंडिया पार्टी
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश विकास पार्टी
- राष्ट्रीय मजदूर किसान पार्टी
(कुल 5 दल)
17. गाज़ीपुर
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश दलित पार्टी
- भारतीय संयुक्त पार्टी (एल)
- जय हिन्द जय भारत पार्टी
- सामाजिक समरसता पार्टी
- लोकतांत्रिक मानवतावादी पार्टी
- राष्ट्रीय प्रतीक दल
- शांति मोर्चा
(कुल 7 दल)
18. गोंडा
- संवाद परिवर्तन पार्टी
(1 दल)
19. गोंडा
- बहुजन विजय पार्टी
- माइनॉरिटी सोशल पार्टी
(2 दल)
20. गाजीपुर
- राष्ट्रीय प्रतीक सेना
(1 दल)
21. हरदोई
- माइनॉरिटी विकास पार्टी
(1 दल)
22. झांसी
- आवाज़ अधिकार जागरण पार्टी
(1 दल)
23. जालौन
- अखिल भारतीय किसान मजदूर मंच
- हिन्दू राष्ट्र दल
- किसान सुरक्षा पार्टी
- पीपुल्स एक्शन पार्टी
(कुल 4 दल)
24. कुशीनगर
- माइनॉरिटी राइजिंग पार्टी
(1 दल)
25. कानपुर नगर
- न्यू इंडिया पुनर्निर्माण वेटरन्स सेना
- भारतीय जन सहयोग पार्टी
- भ्रष्टाचार का अंत पार्टी
- संगठन समाज पार्टी ऑफ इंडिया
- समर्पित फ्रीडम पार्टी
(कुल 5 दल)
26. कौशाम्बी
- अखिल भारतीय राष्ट्रवादी पार्टी
(1 दल)
27. लखनऊ
- वचन लोकतांत्रिक पार्टी
- राष्ट्रीय विकास पार्टी
- भारतीय लोकतांत्रिक पार्टी
- भारतीय विकास कांग्रेस पार्टी
- ऑल इंडिया फिनिश्ड पीपुल्स पार्टी
- अपना दल (ज)
- बहुजन उत्थान पार्टी
- संयुक्त पुनर्जागरण दल (जी)
- भागीदारी अधिकार दल
- भारतीय समता पार्टी
- भारतीय एकता मंच पार्टी
- भारतीय जनकल्याण पार्टी
- हाईटेक पार्टी
- जनता सैनिक पार्टी
- जनता निर्माण पार्टी सोशलिस्ट
- जनता स्वतन्त्र पार्टी
- जनता विकास पार्टी सोशलिस्ट
- महिला सशक्तिकरण पार्टी
- नागरिक सेवा पार्टी (R)
- न्यू एज लैंड पार्टी
- परम लोकतंत्र दल
- पेट्रियॉटिक पार्टी ऑफ इंडिया
- राष्ट्रीय कम्युनिस्ट पार्टी
- राष्ट्रीय प्रतिनिधि पार्टी
- राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (क्रांतिकारी)
- राष्ट्रीय शहरी विकास पार्टी
- सबकी पार्टी
- समान भागीदारी पार्टी ऑफ इंडिया
- विकास पार्टी
(कुल 29 दल)
28. महोबा
- युवा जनता पार्टी
(1 दल)
29. मैनपुरी
- भारतीय सत्याग्रह संगठन
(1 दल)
30. मऊ
- नव निर्माण पार्टी
- कॉमरेड एकता दल
(2 दल)
31. मिर्जापुर
- भारतीय छात्र संगठन
(1 दल)
32. मुरादाबाद
- किसान शक्ति जनता पार्टी
- राष्ट्रीय कांग्रेस (जे) पार्टी
(2 दल)
33. मुजफ्फरनगर
- भारत जनता दल (रजत)
- मजदूर लोक पार्टी
(2 दल)
34. प्रतापगढ़
- भारतीय समाज दल
(1 दल)
35. प्रयागराज (इलाहाबाद)
- आर्थिक व्यवस्था परिवर्तन पार्टी
- भारतीय राष्ट्रीय बहुजन विकास पार्टी
- भारतीय संगम पार्टी
- राष्ट्रीय मानव सम्मान पार्टी
(कुल 4 दल)
36. रायबरेली
- भारतीय महिला पार्टी
(1 दल)
37. शाहजहांपुर
- जनता लोकतांत्रिक पार्टी
(1 दल)
38. सिद्धार्थनगर
- भारतीय जन रोजगार छात्र पार्टी
(1 दल)
39. सुल्तानपुर
- आम जनता मजदूर पार्टी
(1 दल)
40. वाराणसी
- ऑल इंडिया राष्ट्रीय परिवार पार्टी
- ऑल इंडिया मानवाधिकार लोकतांत्रिक पार्टी
- विक्ट्री इंडिया पार्टी (यूनाइटेड)
- भारतीय सामाजिक सुधार सेना
- गांधी एकता पार्टी
- जय भारत समरसता पार्टी
- तंत्र पार्टी
- लोक एकता पार्टी
- लोक मानवाधिकार पार्टी
- मानव कल्याण मंच
- मानवाधिकार जनशक्ति पार्टी
- फिनिश्ड इंडिया पार्टी
- राष्ट्रीय लोकतांत्रिक जनउद्धार पार्टी
- राष्ट्रीय संयुक्त समाज पार्टी
- सामाजिक एकता काउंसिल पार्टी
- नया जनउद्धार पार्टी
- लहर समरसता कांग्रेस पार्टी
(कुल 18 दल)
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