RJD नेता रितलाल यादव ने जज से मांगी ‘यूथनेशिया’, पटना सिविल कोर्ट से पढ़ें ये रिपोर्ट

Published on: 31-07-2025
RJD नेता रितलाल यादव

पटना: 31 July को पटना सिविल कोर्ट में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख नेता और दानापुर के वर्तमान विधायक रितलाल यादव ने कोर्ट के समक्ष ‘यूथनेशिया‘ ( इच्छामृत्यु) की मांग कर डाली। भागलपुर सेंट्रल जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश होते हुए यादव ने भावुक होकर कहा, “हुजूर, मुझे यूथनेशिया दे दीजिए। मेरे खिलाफ केस पर केस दर्ज किए जा रहे हैं। मेरी लड़ाई लड़ने वाला कोई नहीं है।” उनकी इस अप्रत्याशित बयान ने कोर्टरूम में मौजूद सभी को स्तब्ध कर दिया।

क्यों जेल में हैं रितलाल यादव?

रितलाल यादव 1 मई 2025 से भागलपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। इससे पहले उन्हें पटना के बेउर जेल में रखा गया था, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें भागलपुर ट्रांसफर कर दिया गया। जेल सूत्रों के मुताबिक, उन्हें हाई-सिक्योरिटी ‘टी-सेल’ में रखा गया है, जहां पहले दबंग-नेता आनंद सिंह को रखा जाता था।

यादव के खिलाफ दानापुर के एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की वसूली का मामला दर्ज है। 17 अप्रैल को उन्होंने सरेंडर किया था, जिसके बाद उन्हें बेउर जेल भेजा गया। हालांकि, जेल में रहते हुए उनके अपराधिक संपर्कों को लेकर पुलिस को शंका हुई, जिसके बाद उन्हें भागलपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया।

MP-MLA कोर्ट में सुनवाई के दौरान यादव ने थका हुआ और परेशान नजर आते हुए कहा, “मैं बिल्कुल अकेला हूँ। मेरी कोई मदद नहीं कर रहा। कृपया मुझे वापस बेउर जेल भेज दें।” उन्होंने बताया कि भागलपुर जेल में उन्हें कानूनी सहायता या भावनात्मक सहारा नहीं मिल रहा है।

पत्नी भी मुसीबत में

रितलाल यादव की पत्नी रिंकु कुमारी, जो एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं, भी विवादों में घिर गई हैं। शिक्षा विभाग को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक, रिंकु ने नवंबर 2017 में ‘विजय कंस्ट्रक्शन कंपनी’ में बिजनेस पार्टनरशिप की थी, जबकि वह सरकारी नौकरी में थीं। यह बिहार सरकारी सेवा आचरण नियम, 1976 का उल्लंघन माना जा रहा है, जिसके तहत सरकारी कर्मचारियों को प्राइवेट बिजनेस करने की मनाही है।

अभी तक रितलाल यादव जेल में कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, जबकि उनकी पत्नी पर शिक्षा विभाग की कार्रवाई की तलवार लटक रही है। यह मामला राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

इतने सारे केस हैं यादव पर

रीतलाल यादव के एक नेता हैं जिन्होंने जुलाई 2015 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में  बिहार विधान परिषद चुनाव जीता था।रीतलाल हत्या के आरोप सहित कई आपराधिक मामलों के सिलसिले में जेल में थे। वे 33 से अधिक मामलों में आरोपी हैं।

रीतलाल यादव 2003 में तब सुर्खियों में आए जब लालू प्रसाद यादव अपनी पार्टी के लिए बिहारियों का समर्थन जुटाने के लिए 
तेल पिलावन लाठी घुमावन यात्रा कर रहे थे । मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रीतलाल खगौल के पास जमालुद्दीन चौक पर 
भारतीय जनता पार्टी के नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के मामले में आरोपी हैं। उन पर जबरन वसूली और हत्या जैसे कई अन्य गंभीर मामलों में भी आरोप हैं, जिनमें नेउरा के  छठ घाट पर अपने प्रतिद्वंद्वी चुन्नू सिंह की हत्या  और बख्तियारपुर के पास चलती ट्रेन में दो रेलवे ठेकेदारों की हत्या का आरोप शामिल है। 

2010 में, रीतलाल ने अपने खिलाफ दर्ज कई आरोपों के सिलसिले में अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया और जेल से 2010 का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा। वह 2010 का चुनाव हार गए। 2015 में , राष्ट्रीय जनता दल के कट्टर प्रतिद्वंद्वी 
जनता दल (यूनाइटेड) ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन को लेने के लिए इसके साथ गठबंधन किया। लालू यादव दानापुर से यादव को टिकट नहीं दे सकते थे उन्होंने 2016 में जेल के भीतर से ही बिहार विधान परिषद का चुनाव लड़ा और विधान परिषद के सदस्य बने।

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