Fake News- सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक युवती ने राजस्थान की कथित परंपरा के बारे में आपत्तिजनक और झूठा दावा किया है। वीडियो में युवती का कहना है कि “राजस्थान में एक परंपरा के तहत शादी के बाद पहले ससुर, फिर देवर और फिर पति के साथ संबंध स्थापित होता है, और पहला बच्चा पैदा होने पर उसे गिरा दिया जाता है।” इस दावे ने सोशल मीडिया पर व्यापक विवाद और चर्चा को जन्म दिया है।
इस दावे ने सोशल मीडिया पर व्यापक विवाद और चर्चा को जन्म दिया है, जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने इसे पूरी तरह से फर्जी, झूठा और भ्रामक करार दिया है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि राजस्थान में ऐसी कोई परंपरा या रस्म नहीं है, और यह दावा राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बदनाम करने की कोशिश है। इस वीडियो से लोगों में खूब गुस्सा फैल रहा है, पब्लिक ने अफवाह फैलाने वाले और वीडियो बनाने वाले दोनों पर सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की है। अपुष्ट जानकारी के अनुसार वीडियो जारी करने वाले यूट्यूब चैंनल का नाम -रियल हिट (Real Hit), चैंनल के फाउंडर और हॉस्ट शुभम गाँधी, दीपक चौहान, पियूष गुर्जर बताये जा रहे हैं।
राजस्थान, जो अपनी वीरता, आतिथ्य और नैतिक मूल्यों पर आधारित परंपराओं के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है, ऐसी आधारहीन अफवाहों का शिकार बनाया जा रहा है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें और न ही उन्हें आगे बढ़ाएं, क्योंकि फर्जी खबरें फैलाना कानूनन दंडनीय अपराध है।
साथ ही, पुलिस ने चेतावनी दी है कि इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली ऐसी जानकारी की सत्यता जांचे बिना साझा न करें और सत्यापित सूत्रों से ही जानकारी लें। इस तरह की फर्जी खबरें सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए पुलिस ने #SayNoToFakeNews अभियान को समर्थन देने का आह्वान किया है। यदि किसी के पास ऐसी भ्रामक जानकारी के बारे में सूचना है, तो वे नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें।
राजस्थान पुलिस के इस पोस्ट पर लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आई है. एक युजर ने लिखा, ” प्रिय राजस्थान पुलिस, आपने ऐसी खबरों पर ध्यान नहीं देने की सलाह दी है लेकिन जब खबर पब्लिक स्पेस में होगी तो ध्यान जाएगा या नहीं जाएगा? ऐसी फेक वीडियो प्रसारित करने वालों के खिलाफ आप क्या कार्रवाई कर रहे हैं और इस लड़की के खिलाफ आपने अभी तक क्या कार्रवाई की है? अभी तक तो यह भी पता नहीं चल पा रहा है कि यह लड़की है कौन? अगर यह फेक खबर और नैरेटिव फैला रही है तो इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कीजिए।”
एडवोकेट दीपक ने इस पर कमेंट लिखा, ” महोदय हम तो के ध्यान नहीं देंगे लेकिन आप राजस्थान पुलिस है कोई मजाक नही है क्या आप ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकते हैं या आप सक्षम नहीं है ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने के लिए।” तरुण जातव ने कहा, ” जिस राज्य की संस्कृति, वीरगाथाओं की प्रशंसा पूरे देश में होती हैं और एक लड़की उस पूरे राज्य का अपमान कर रही है और राजस्थान पुलिस कार्यवाही करने के बजाय कह रही है कि ये अफवाह है इस पर ध्यान न दे। अगर आज इस पर कार्यवाही नहीं कि तो और भी लोग फेमस होने के लिए इसी तरीके को अपनाएंगे।”
एक अन्य यूजर ने कहा, ” “ऐसे फर्जी दावे करने वालों पर कार्यवाही क्यों नहीं होती? पॉडकास्ट के नाम पर कुछ भी बोलकर झूठ फैलाना अपराध है। राजस्थान पुलिस से निवेदन है कि इस तरह अफवाह फैलाने वाले और वीडियो बनाने वाले दोनों पर सख्त कानूनी कार्यवाही करें।” पत्रकार आशीष वशिष्ट ने लिखा, ” ऐसे भ्रामक, तथ्यहीन और किसी राज्य की छवि को कंलकित करने वाले पोडकास्ट के आयोजक और वक्ता दोनों क खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ..रही बात फर्जी खबरों और अफवाहों पर ध्यान न देने की तो महोदय अगर हम लोग ध्यान न देते तो, आप भी कहां ध्यान देते। दोषियों का उचित दण्ड मिलना चाहिए।”